Kusum Solar Pump 2025
अब सिंचाई के लिए बिजली पर नहीं, सूरज की रोशनी पर भरोसा करें। कुसुम सोलर पंप आपके खेतों को दे स्थायी, किफायती और पर्यावरण-अनुकूल सिंचाई समाधान।
बेहतर खेती के लिए सही समय पर सही निर्णय लें – कुसुम सोलर पंप का विकल्प आज ही चुनें।

किसान सोलर पंप आवेदन 2025
कृपया नीचे दिए गए फॉर्म को भरकर अपना आवेदन भेजें।
कुसुम सोलर पंप
खेती की नई दिशा में आपका साथी

सौर ऊर्जा से सिंचाई का सरल और प्रभावी समाधान
कुसुम सोलर पंप किसानों के लिए एक सशक्त विकल्प है, जो पारंपरिक डीजल या बिजली पर निर्भरता को खत्म कर, उन्हें आत्मनिर्भर बनाता है।
हमारा लक्ष्य है कि हम भारत के हर कोने में, छोटे से छोटे किसान तक सौर ऊर्जा का लाभ पहुँचाएं — जिससे उनकी खेती टिकाऊ, सस्ती और पर्यावरण के अनुकूल बन सके।
अब तक देशभर में 5.4 लाख से अधिक सोलर पंप इंस्टॉल किए जा चुके हैं, जो यह दर्शाता है कि किसान सौर ऊर्जा की ओर तेजी से अग्रसर हो रहे हैं।
हमारे मूल्य सिद्धांत
कुसुम सोलर पंप समाधान
किसानों के लिए स्वच्छ और किफायती सौर ऊर्जा सिंचाई विकल्प
हम आपके खेत की सिंचाई के लिए सौर पंप की सही सलाह और सेवा देते हैं
कुसुम सोलर पंप किसानों को पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा से सिंचाई में मदद करता है। हम आपको सही पंप चुनने, उसकी स्थापना और रख-रखाव में मदद करते हैं।
हम कोई सरकारी योजना का दावा नहीं करते, बल्कि आपकी जरूरतों के अनुसार उपयुक्त तकनीक उपलब्ध कराते हैं।
परामर्श सेवा
हम आपकी जमीन, पानी की ज़रूरत और बजट के अनुसार सही सोलर पंप चयन में सहायता करते हैं।
स्थापना और सेटअप
पंप की सही स्थापना और टेस्टिंग करते हैं ताकि आपकी सिंचाई बिना रुकावट चले।
सर्विस और रख-रखाव
समय-समय पर पंप की जांच और मरम्मत सेवा उपलब्ध कराते हैं।
तकनीकी सहायता
किसी भी तकनीकी समस्या में हम आपकी सहायता के लिए उपलब्ध हैं।
Kusum Solar Pump
Kusum Solar Pump एक आधुनिक सिंचाई समाधान है जो किसानों को बिजली की निर्भरता से मुक्त करता है और सिंचाई लागत को काफी हद तक कम करता है।
समग्र परिचय
Kusum Solar Pump एक उन्नत तकनीक पर आधारित सिंचाई पद्धति है जिसमें खेतों में पानी की सप्लाई के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग होता है। यह पंप 3HP से लेकर 10HP तक की श्रेणियों में उपलब्ध हैं और छोटे से बड़े खेतों तक के लिए उपयुक्त हैं।
यह पंप विशेष रूप से उन इलाकों में फायदेमंद है जहां बिजली की आपूर्ति अस्थिर रहती है या डीजल पंप पर खर्च अधिक आता है।
सौर ऊर्जा के माध्यम से संचालित यह सिस्टम पर्यावरण के अनुकूल है और एक बार इंस्टॉलेशन के बाद चलाने में लगभग शून्य लागत होती है।
ऊर्जा की बचत
बिजली या डीजल की आवश्यकता नहीं, सिर्फ सौर पैनलों से काम करता है।
जल संरक्षण
समय पर सिंचाई से पानी की बर्बादी रुकती है और उत्पादन बढ़ता है।
कम लागत, ज़्यादा लाभ
दीर्घकालिक रूप से बिजली और ईंधन पर खर्च में भारी कमी।
स्मार्ट तकनीक
स्वचालित चालू/बंद, मॉनिटरिंग और हाई परफॉर्मेंस क्षमता के साथ।
HP क्षमता | उपयोग |
---|---|
1 HP | छोटे खेतों या सीमित पानी की जरूरत के लिए |
2 HP | छोटे से मध्यम आकार के खेतों के लिए उपयुक्त |
3 HP | सब्ज़ियों और अन्य फसलों की सिंचाई के लिए |
5 HP | मध्यम से बड़े खेतों के लिए |
7.5 HP | गहरे बोरवेल या बड़े खेतों के लिए |
10 HP | अत्यधिक सिंचाई ज़रूरतों वाले बड़े खेतों के लिए |
12.5 HP | विशेष अनुमति के साथ सीमित क्षेत्रों में |
15 HP | व्यावसायिक कृषि संचालन के लिए (कुछ राज्यों में) |
🔔 नोट: उपलब्धता और सब्सिडी राज्य सरकार की नीतियों पर निर्भर करती है। कृपया आधिकारिक पोर्टल या वितरक से जानकारी सत्यापित करें।
कुसुम सोलर के लाभ
कुसुम सोलर योजना सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देती है, बिजली बिलों में कटौती करती है, और सरकारी सब्सिडी प्रदान करती है।
- बिजली लागत में कमी
- स्वच्छ और अक्षय ऊर्जा स्रोत
- परियोजना लागत का 30% तक सरकारी सब्सिडी
- बची हुई बिजली बेचकर आय अर्जित करना
कुसुम सोलर पात्रता
कुसुम सोलर योजना के लिए आवेदन करने की पात्रता:
- कृषि भूमि वाले किसान
- व्यक्तिगत किसान, किसान उत्पादक संगठन
- पंजीकृत सहकारी समितियां या पंचायतें
- कृषि संबंधी समितियां
कुसुम सोलर आवश्यक दस्तावेज़
कुसुम सोलर योजना के तहत आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज़:
- पहचान प्रमाण (आधार कार्ड, वोटर आईडी)
- कृषि भूमि के स्वामित्व का प्रमाण
- पासपोर्ट साइज फोटो
- आवेदन पत्र और संबंधित प्रमाणपत्र
कुसुम सोलर निवेश विवरण
कुसुम सोलर योजना के तहत निवेश और सब्सिडी की जानकारी:
- सरकारी सब्सिडी परियोजना लागत का 30% तक कवर करती है
- बाकी निवेश आवेदक को वहन करना होता है
- मार्जिन मनी के लिए आसान ऋण सुविधाएं उपलब्ध
- बिजली बिलों में कमी से दीर्घकालिक बचत
कुसुम सोलर की विशेषताएँ
कुसुम सोलर योजना की खास विशेषताएँ:
- विकेंद्रीकृत सौर ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देना
- जीवाश्म ईंधनों पर निर्भरता कम करना
- किसानों को आर्थिक और पर्यावरणीय समर्थन देना
- सतत और स्वच्छ ऊर्जा विकास को प्रोत्साहित करना
किसानों के लिए कुसुम सोलर योजना – खेती में उज्जवल भविष्य
कुसुम सोलर योजना के तहत आप अपनी खेती के लिए सोलर पंप लगाकर बिजली के बिलों से छुटकारा पा सकते हैं और साथ ही सरकार की तरफ से भारी सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। यह योजना न केवल आपकी लागत कम करती है बल्कि पर्यावरण को भी बचाती है।
30% तक सरकारी सब्सिडी
सरकार द्वारा निवेश पर भारी सब्सिडी जिससे आपका खर्च कम होगा।
बिजली बिलों में भारी बचत
सोलर पंप से खेतों की बिजली की जरूरत पूरी करें और हर महीने बचत करें।
अधिक आय के अवसर
बचे हुए बिजली को ग्रिड में बेचकर अतिरिक्त आय प्राप्त करें।
पर्यावरण संरक्षण
साफ और हरित ऊर्जा का उपयोग कर पर्यावरण को सुरक्षित बनाएं।
कुसुम सोलर पंप के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
यहाँ आपको सोलर पंप लगाने से पहले जरूरी सभी सवालों के सही जवाब मिलेंगे।
कुसुम सोलर पंप क्या है?
कुसुम सोलर पंप एक सौर ऊर्जा से चलने वाला जल पंप है, जो बिजली या डीजल की जरूरत के बिना जल निकासी करता है। यह किसानों के लिए स्वच्छ और किफायती जल सिंचाई का साधन है।
क्या कुसुम सोलर पंप हर जगह लगाया जा सकता है?
यह पंप उन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा उपयुक्त है जहाँ पर्याप्त धूप उपलब्ध होती है। पंप लगाने के लिए भूमि और जल स्रोत की स्थिति भी महत्वपूर्ण होती है।
कुसुम सोलर पंप की लागत कितनी होती है?
लागत पंप के आकार, क्षमता, और मॉडल पर निर्भर करती है। सरकार की सब्सिडी मिल जाने के बाद किसानों के लिए यह बहुत किफायती हो जाता है।
पंप से कितना पानी निकाला जा सकता है?
यह पंप की क्षमता और सौर पैनल की साइज पर निर्भर करता है। आमतौर पर, यह सिंचाई के लिए आवश्यक मात्रा में पानी निरंतर उपलब्ध कराता है।
क्या इसे चलाने के लिए बिजली या डीजल की जरूरत होती है?
नहीं, यह पंप पूरी तरह से सौर ऊर्जा से चलता है, इसलिए बिजली या डीजल की कोई आवश्यकता नहीं होती।
इंस्टॉलेशन कितने दिन में पूरा होता है?
इंस्टॉलेशन सामान्यतः 7-10 दिनों में पूरा हो जाता है, जिसमें साइट का सर्वे, पंप और सौर पैनल की स्थापना शामिल है।
रखरखाव कितना आसान है?
कुसुम सोलर पंप में कम रखरखाव की जरूरत होती है। समय-समय पर सौर पैनल की सफाई और तकनीकी जांच करना पर्याप्त होता है।
क्या इंस्टॉलेशन के बाद ट्रेनिंग भी मिलेगी?
जी हाँ, पंप लगाने के साथ-साथ उपयोग और रखरखाव की ट्रेनिंग भी किसानों को दी जाती है।
कुसुम योजना के तहत सब्सिडी कितनी मिलती है?
सरकार किसानों को कुल लागत का लगभग 30-90% तक की सब्सिडी प्रदान करती है, जो राज्य और पंप के प्रकार पर निर्भर करता है।
सब्सिडी के लिए आवेदन कैसे करें?
आप अपने नजदीकी कृषि विभाग या ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया में दस्तावेज और सर्वेक्षण शामिल होते हैं।
क्या कुसुम पंप के लिए कोई लोन सुविधा है?
कुछ बैंक और वित्तीय संस्थान किसानों को सस्ते ब्याज दर पर लोन भी प्रदान करते हैं, ताकि पंप खरीदना आसान हो सके।